बिहटा:-रात में काम सुबह में कंपनी के मुख्य द्वार में ताला बंद। ऐसा ही मामला बिहटा स्थित ‘बालमुकुन्द फैक्ट्री’ में सामने आया है। इसके बाद वहां काम कर रहे मजदूरों में हाहाकार की स्थिति हो गयी। बेरोजगारी का संकट का आ गया है। अचानक बिना नोटिस के कंपनी के प्रबंधन के द्वारा मजदूरों को काम करने से रोक दिया गया। इस फरमान से मजूदर आक्रोशित हो गये और फैक्ट्री के मुख्य द्वार पर घंटो जमे रहे और प्रदर्शन किया। कंपनी प्रबंधन के विरूद्ध आक्रोश व्यक्त किया। मजदूरों के ठेकेदार मनोज सिंह ने बताया कि पिछले तेरह साल से इस फैक्ट्री में मजदूरों की ठेकेदारी करता आ रहा हूं। आजतक ऐसा नहीं हुआ था। अचानक बिना नोटिस के कंपनी प्रबंधन के द्वारा 29 जून की सुबह प्लांट बंद कर दिया गया और मजदूरों को कोई नोटिस पेमेन्ट भी नहीं दिया जा रहा है। वहीं मजदूरों ने कहा कि बीते तीन माह से वेतन नहीं दिया गया है। मजदूरों ने कहा कि साजिश के तहत ऐसा किया जा रह है। मजदूरों ने कहा कि कंपनी के प्रबंधन के द्वारा हमारे हित में कोई सकारात्मक पहल नहीं किया गया तो हम सैकड़ों मजदूरों के सामने भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो जायेगी। हमें अपने परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो जायेगा। दो वक्त की रोटी के लाले पड़ जायेंगे।